जिला प्रशासन द्वारा तमाम सख्ती के दावे के बावजूद लॉक डाउन में कालाबाजारी का खेल खूब फल फूल रहा है। कुछ मुनाफाखोर मनमानी पर उतर आए हैं। गली मोहल्लों के कुछ परचून व्यापारी स्टॉक छुपाकर खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ा रहे हैं। 10 किलो खुले आटे का दाम भी ₹360 तक पहुंच गया है। नामी कंपनियों का आटा ढूंढने से भी नहीं मिल पा रहा लोगों को।
36से ₹38 किलो में बिकने वाली चीनी का दाम कुछ इलाकों में 40 से ₹65 किलो के बीच हो गया है। सरसों का तेल, चावल, अरहर की दाल आदि के दाम में भी बढ़ोतरी कई दुकानों में देखने को मिली है। लॉक डाउन की वजह से पुलिस ने शहर के तमाम इलाकों में लोगों को अपने अपने थाना क्षेत्रों तक ही सीमित रखने का प्रयास किया है। ऐसा इसलिए ताकि चौक ,कटरा , सिविल लाइंस जैसे बड़े बाजार की ओर लोगों का रुख कम से कम हो। जिला प्रशासन द्वारा सुबह 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक किराने की दुकान को खोलने की छूट देने के निर्णय के बाद, बुधवार के मुकाबले बृहस्पतिवार को दुकानों में भीड़ अपेक्षाकृत कम जुटी।
36से ₹38 किलो में बिकने वाली चीनी का दाम कुछ इलाकों में 40 से ₹65 किलो के बीच हो गया है। सरसों का तेल, चावल, अरहर की दाल आदि के दाम में भी बढ़ोतरी कई दुकानों में देखने को मिली है। लॉक डाउन की वजह से पुलिस ने शहर के तमाम इलाकों में लोगों को अपने अपने थाना क्षेत्रों तक ही सीमित रखने का प्रयास किया है। ऐसा इसलिए ताकि चौक ,कटरा , सिविल लाइंस जैसे बड़े बाजार की ओर लोगों का रुख कम से कम हो। जिला प्रशासन द्वारा सुबह 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक किराने की दुकान को खोलने की छूट देने के निर्णय के बाद, बुधवार के मुकाबले बृहस्पतिवार को दुकानों में भीड़ अपेक्षाकृत कम जुटी।